3/08/2009

दिल्ली में बिहार उत्सव, मिलते हैं श्रीराम सेंटर, मंडी हॉउस में

बिहार की संस्कृति और लोकाचार की झलक सोमवार को दिल्ली में झलकेगी। इस मौके पर जहाँ बिहार के लोकगीतों और लोक नाटकों का मंच किया जाएगा वहीं कत्थक नृत्य के जरिये जीवन की यात्रा और इसका मर्म लोग जान सकेंगे।
दिल्ली की सामाजिक संस्था राग विराग एजुकेशनल एंड कल्चरल सोसाइटी द्वारा महिला दिवस और होली के मौके पर आयोजित बिहार उत्सव के मौके पर लोग बिहार के संस्कृति से रूबरू होंगे। इस मौके पर कत्थक नृत्यांगना पुनीता शर्मा अपने साथियों साक्षी कुमार, सविता अधिकारी, सुलगना राय और मीनल के साथ 'यात्रा' नामक कत्थक नृत्य पेश करेंगी। यात्रा का विषयवस्तु मनुष्य की जीवन यात्रा है, जिसमें राग-द्वेष, सुख-दुःख, प्रेम-नफरत के समागम के साथ बचपन, युवा और बुढापा जैसे पड़ाव भी हैं।
मंडी हॉउस के श्रीराम सेंटर सभागार में नौ मार्च शाम छह बजे आयोजित उत्सव में मैथिली और भोजपुरी गायिका अंशुमाला विभिन्न मौके पर बिहार में गाये जाने वाले लोक गीतों को पेश करेंगी। इसमे कजरी, जाट-जाटिन सहित विवाह और होली पर गाये जाने वाले गीत होंगे। लोक नाटक के भाग में जयशंकर अपने साथियों के साथ बिहार के प्रसिद्ध नाटक 'जाट-जाटिन' लोगों के सामने पेश करेंगे।

2 comments:

संगीता पुरी said...

अच्‍छी जानकारी दी आपने ... ऐसे कार्यक्रमों से क्षेत्रीय कलाओं को प्रोत्‍साहन मिलेगा।

समयचक्र said...

अच्‍छी जानकारी
समयचक्र: रंगीन चिठ्ठी चर्चा : सिर्फ होली के सन्दर्भ में तरह तरह की रंगीन गुलाल से भरपूर चिठ्ठे